PYCNOMETER METHOD
WATER CONTENT OF SOIL
पिकनोमीटर की सहायता से मृदा का जलांश ज्ञात करना
I.S. CODE: [2720 part 2 ]-1973
- Purpose :-
PYCNOMETER METHOD के द्वारा मृदा का WATER CONTENT ज्ञात करना|
IMP. NOTES:- इस परिक्षण को करने क लिए मृदा का विशिष्ट (G) गुरुत्व ज्ञात होना चाहिये |
- Apparatus :-
- pycnometer
- 0.01% सुग्राही (sensitive) तुला IMP NOTE :-जबकि oven drying method में 0.04 सुग्राही तुला होती है
- distil water ( आसुत जल )
- 4.75 mm IS चालनी
- Soil sample :-
मृदा के नमूने की मात्रा इतनी होनी चाहिए की वह उस मृदा का ठीक ठीक प्रतिनिधित्व कर सके जिससे वह ली गयी है |नमूने की मात्रा मृदा मे उपस्थित जल की मात्रा पर निर्भर करती है नमूना जितना शुष्क होगा जलांश ज्ञात करने क लिये मृदा की उतनी अधिक मात्र ली जायेगी |इससे जलांश ज्ञात करने मैं % ERROR कम आयेगी |
- Principle :-
मृदा मैं उपस्थित जल सहित मृदा का भार तथा मृदा को एक निश्चित ताप पर गर्म करने क बाद जल रहित मृदा के भार के अनुपात को मृदा जलांश ( water content ) कहते हैं’|
\left( मृदा\quad का\quad जलांश \right) (w)=[(\frac { W2-W1 }{ W3-W4 } )(\frac { G-1 }{ G } )-1]\times 100
Method :-
- पिकनोमीटर को साफ़ करके तोल लें
- अब पिकनोमीटर मैं मृदा (SOIL) की मात्रा को रखकर तोल लें
- पिकनोमीटर में थोडा आसुत जल डाल कर अच्छी प्रकार हिला लो ताकि मिट्टी से वायु निकल जाये।
- आवश्यकता पड़ने पर मृदा को थोड़ा गर्म भी किया जा सकता है या वायु चूषक पम्प (Air suction pumps) का भी उपयोग किया जा सकता है।
- पिकनोमीटर में मृदा-जल मिलाकर उसे ऊपर तक पूरा पानी से भर कर तौल लो।
- पिकनोमीटर से मृदा-जल का मिश्रण निकाल कर प्रधान को धोकर साफ कर पाछ कर आसुत जल से भरकर तौल लो।
- Observation :-
S.R | पात्र संख्या | 1 | 2 | 3 |
1 | खाली पिकनोमीटर का भार = (W1 ) gm | 100 | ||
2 | पिकनोमीटर + गीली मृदा का भार = (W2 ) gm | 280 | ||
3 | पिकनोमीटर + शुष्क मृदा का भार = (W3) gm | 220 | ||
4 | मृदा ( SOIL) में जल की मात्रा = (W4)gm | 60 | ||
5 | मृदा कणों का विशिस्ट गुरुत्व G=2.7 | 2.7 | ||
6 | (w)=[(\frac { W2-W1 }{ W3-W4 } )(\frac { G-1 }{ G } )-1]\times 100 | 29.10% |
इसी प्रकार DEAR FRDS आप दूसरी और तीसरी READING निकालकर देखिये और COMMENT section मैं ANSWER बताएं |
- Results :-
मृदा का जलांश w = 29.1 % हे|
- Precautions :-
- शुष्क मृदा का भार , भार स्थिर होने पर ही लेना चाहिए
- सभी भार सबधानी से लेने चाहिए
- तीसरी व चोथी READING मैं पिकनोमीटर पूरा जल से भरा होना चाहिए |
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