modified Procter test

(B). Modified Procter Compaction Test

परिवर्ती प्रोक्टर से सहनंन परिक्षण

I.S.[2720(Part 8)-1987]

  • उद्देश्य (Object ):-

Modified Procter apparatus परिवर्ती प्रोक्टर उपकरण की सहायता से मृदा का अनुकूलतम जलांश (water content ) व् अधिकतम शुष्क घनत्व (dry density) ज्ञात करना |

  •  सिद्धान्त (Theory):-

संहनन का अर्थ यान्त्रिको विधि द्वारा मृदा का आयतन कम कर उसका शुष्क घनत्व बढ़ाने की क्रिया को कहते हैं।

“मृदा में उपस्थित जल की वह मात्रा जिसको मिलाकर एक निश्चित मात्रा का संहनन करने पर मृदा का अधिकतम शुष्क घनत्व प्राप्त हो, मृदा का अनुकूलतम जलांश कहलाता है।”

    1.   soil sample 15 kg.
    2.  आसुत जल
  • उपकरण (Apparatus):-

इस परीक्षण में सांचे ( Mold ) सहित सभी उपकरण वही है जो मानक प्राक्टर परीक्षण के लिये आवश्यह है, मात्र दुरमुट 2-6 kg के स्थान पर 4-9 kg तथा गिरने की ऊँचाई 310 mm के स्थान पर 450 mm होती है।

  • विधि (Method):-

इस परीक्षण की विधि मानक संहनन (Standard Procter Test) परीक्षण के समान ही है। इसमें अंतर केवल इतना है कि 1000 cc के सांचे (Mold) के लिये मृदा को 5 परतों (5Layers) में भरते हैं तथा प्रत्येक परत को 4.9 kg के दूरमुट को 450 mm की ऊँचाई से 25 आघात (Blows) देते हैं अर्थात् 5 परतों को कुल 125 आघात देते हैं।

यदि 2250 cc का सांचा उपयोग में ला रहे हो तो मृदा को 5 परतों में ही संहनित करते हैं, पर आघातों की संख्या प्रत्येक परत (Layer) पर 55 आघात रखते हैं अर्थात् कुल 275 आघात देते हैं।

प्रयोग विधि पूरी मानक प्राक्टर परीक्षण के समान  ही है।

  •  प्रेक्षण (Observation):-
S.rParticularSoil Sample
IIIIII
1खाली सांचे का भार  W1 gm.
2संचा + COMPACTED मृदा का भार W2 gm .
3COMACTED मृदा का भार (W2 +W1) gm .
4मृदा का स्थूल घनत्व  yt = (W2-W1)/V g/CC
5पात्र संख्या
6खाली पात्र का भार W3 gm
7पात्र + गीली मृदा का भार W4  gm
8पात्र + शुष्क मृदा का भार W5 gm
9जल की मात्रा (W4-W5) gm
10शुष्क मृदा का भार (W5- W3) gm
11मृदा का जलांश w=  (W4-W5)/(W5-W3)
12मृदा का शुष्क घनत्व  yd = yt/(1+w)

 

Result:-

  • मृदा का अनुकूलतम जलांश = ……… %
  • अधिकतम शुष्क घनत्व (Dry density) = …….g/cc

 सावधानियाँ (Precautions):-

  1. मृदा में जल अच्छी प्रकार मिलाना चाहिये।
  2. यदि आवश्यक हो तो जल मिलाकर मृदा को कुछ समय के लिये छोड़ा भी जा सकता है ।
  3. दुरमुट से आघात पूरी मृदा सतह पर बराबर बाँटते हुए देना चाहिये।
  4. प्रत्येक सतह को संहनित कर ऊपर की सतह को तार या चाकू से खुरचकर खुरदरा बना लेना चाहिये।
  5. परीक्षण के लिये मृदा की मात्रा न तो आवश्यकता से अधिक होनी चाहिये|
  6. और न ही कम अन्तिम पर्त में संहनन के बाद कॉलर हटाने के बाद मृदा लगभग 5mm तक साँचे से बाहर निकली हो सकती है उसे चाकू से काटकर हटा देना चाहिये।
  7.  दुरमुट के भार को पूरा ऊपर तक ले जाकर व स्वतन्त्रापूर्वक गिराकर नमूने के पूरे क्षेत्र पर बराबर बाँटते हुए आघात देना चाहिये।
21 thoughts on “Modified Procter Compaction Test परिवर्ती प्रोक्टर से सहनंन परिक्षण”
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