siris wood

                                                         Identification of Timbers

                                                         मुख्य प्रकाष्ठ की दृष्टिय पहचान

  • OBJECT(उद्देश्य):- 

मुख्य प्रकाष्ठ की दृष्टिय पहचान (Visual Identification of Main Indian Timbers)

मुख्य प्रकाष्ठ की पहचान निम्नलिखित हैं—

teak wood pattern
teak wood

(1.) टीक /सागौन (Teak):-

  1. यह चौड़ी पत्तियों वाला पतझड़ी वृक्ष है।
  2. इनकी लकड़ी गहरे- के गहरे बादामी रंग की होती है। टीक पर्याप्त मजबूत व टिकाऊ लकड़ी है।
  3. यहअग्निरोधी है, इस पर दीमक तथा अन्य कीटो का प्रकोप नहीं होता है।
  4. टीक की सम्पीडन सामर्थ्य 100 kg/cm तथा भार 625kg/cm2 होता है।

(2.) साल या साखू (Saal):-

  1. shaal wood
     shaal wood

    यह चौड़ी पत्तियों वाला पतझड़ी वृक्ष हैं।

  2. पतझड़ में इसकी पत्तियाँ झड़ जाती हैं और बसन्त आने पर पुन: निकल आती हैं।
  3. साल की लकड़ी का रंग गाढ़ा भूरा होता है। साल के रेशे गठे हुये, मजबूत व टिकाऊ होते हैं।
  4. यह एक भारी लकड़ी हैं। साल को दीमक नहीं लगती है।
  5. साल की सम्पीडन सामर्थ्य 120 kg/cm तथा भार 800 kg/cm2 होता है।

(3.) चीर /चीड़ (Chir):-

chir wood
chir wood
  1. इस वृक्ष की पत्तियाँ नोंकदार होती हैं।
  2. चीड़ एक सदाबहारी वृक्ष है।
  3. लकड़ी हल्के-पीले रंग की मुलायम व हल्की होती है।
  4. इसके रेशे मोटे होते है। चीड़ में काष्ठ तेल होता है।
  5. यह लकड़ी शीघ्र आग पकड़ लेती है।
  6. चीड़ की सम्पीड़न सामर्थ्य 70 kg/cm तथा भार 575 kg/cm2 होता हैं।

(4.) शीशम (Shisham):-  

shisham wood
shisham wood
  1. यह चौड़ी पत्तियों वाला पतझड़ी वृक्ष है।
  2. इसकी पत्तियाँ पतझड़ में झड़ जाती हैं और बसन्त ऋतु आने पर पुनः निकल आती है।
  3. शीशम की लकड़ी कठोर होती है। इसका रंग गहरा-बादामी होता है।
  4. यह एक मजबूत, भारी, टिकाऊ और गठे हुये रेशों वाली लकड़ी है।
  5. शीशम की सम्पीडन सामर्थ्य 90 kg/cm2तथा भार 800 kg/cm2 होता है।

(5.) सिरिस (Siris):-

siris wood
siris wood
  1. इस लकड़ी का रंग गहरा-भूरा होता है।
  2. यह लकड़ी भारी एवं टिकाऊ होती है।
  3. सिरिस का भार 655 kg/cm2होता है।

(6.) देवदार या प्यार (Deodar):–

deodaar wood
                     deowdaar wood
  1. देवदार लकड़ी के वार्षिक वलय गठे हुये तथा स्पष्ट होते हो|
  2. दवदार वृक्ष की पत्तियाँ लम्बनई पत्तियाँ आने पर ही पुरानी पत्तियाँ गिरती हैं |
  3. देवदार की लकड़ी टिकाऊ व पर्याप्त मृद होती है।
  4. यह हल्के-पीले रंग की होती है।
  5. इस लकड़ी में तेज महक होती है।
  6. देवदार प्रकाष्ठ की सम्पीडन सामर्थ्य 80kg/cm2 तथा भार 560 kg/cm2 होता है।

(7.) कैल (Kail):-

kail wood
kail wood
  1. यह एक सदाबहारी वृक्ष है ।
  2. इसकी पत्तियाँ नुकीली होती हैं।
  3. कैल के रेशे पास-पास, ठोस, मजबूत व टिकाऊ होते हैं।
  4. इसकी पीले-हरे रंग की लकड़ी है।
  5. कैल की सम्पीडन सामर्थ्य 50 kg/cm2तथा भार 520kg/cm2 होता है।

(8.) आम (Mango):–

mango wood
 mango wood
  1. इस वृक्ष के पत्ते चौड़े होते हैं।
  2. आम एक पतझड़ी वृक्ष है।
  3. आम की लकड़ी का रंग हल्का भूरा होता है।
  4. यह कठोर परन्तु सस्ती लकड़ी है।
  5. यह लकड़ी आसानी से चीरी जा सकती है।
  6. आम की लकड़ी की सम्पीडन सामर्थ्य 75 kg/cm2 तथा भार 655 kg/m2
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