Vee-Bee Consitometer Test For Concrete

Vee-Bee Consitometer Test For Concrete

बी०बी० संधनतामापी परीक्षण

[I.S: 1199-1959]

  • उद्देश्य(Object):-

Vee-Bee Consitometer Test बी०बी० संधनतामापी परीक्षण द्वारा कंक्रीट की सुकार्यता ज्ञात करना।

  • सिद्धान्त(Theory):-

कंक्रीट कार्य आसानी से सम्पन्न करने के लिये, कंक्रीट का सुकर (Workable) होना आवश्यक है, परन्तु अधिक सुकार्यता कंक्रीट में पृथक्करण व नि:सवण जैसे दोषो को उत्पन्न करने का कारण भी बनती है। कंक्रीट की सुकरता (सुकार्यता) मापन के लिये Vec- Bec सघनतामापो प्रयोग की जाती है। कक्रीट की पूर्ण कुटाई प्राप्त करने के लिये किया मया लाभदायक आन्तरिक कार्य कंक्रोट की सुकार्यता कहलाता है।

इस परीक्षण द्वारा सुघट्य क्रीट को पूर्ण संहनन करने में लगी शक्ति की सपय के पैमाने पर माया जाता है अर्थात् कंक्रीट प्रतिदर्श मानक कम्पन्न देने पर शंकु छिन्नक के आकार से सिलिण्डर का आकार ग्रहण करने में जी सभय लेता है, ज्ञात कियाजाता है।

NOTE:-

वी० बी० संघनतामापी परोक्षण न्यून  जल :सीमेंट अनुपात वाली कक्रीट की सुकार्यता ज्ञात करने के लिये विशेष तौर पर उपयुक्त हैं।

सामग्री:-

  1. महोन मिलावा मोटा मिलावा तथा पानी।

उपकरण:-

  1. बी० बी० कन्सिस्टो-मीटर (जिसमें 3000 कम्पन प्रति मिनट वाला कमी पटल, धातु का बेलनाकार पात्र पारदर्शक तश्तरी, फल आदि लगे ही)
  2. विराम-घड़ी (1) करनी
  3. अवपात शंकु (Slump Conc)
  4. टोकनो छड़ें।

विधि:-

  1. उपकरण के बेलनाकार पात्र को कम्पी पटल पर रखकर विग न कस दे और इसके अन्दर अवपात-शंकु टिका दे अवपात पांकु के ठीक ऊपर फनल सैट कर दे।

  2. अब फनल द्वारा अवपात शंकु में तैयार कंक्रीट चार समान मोटाई की परतो में भरे तथा प्रत्येक परत की मानक टोकनी से 25 बार कुटाई करे। ध्यान रहे कनॉट उछल कर वेलनाकार सॉचे में न पड़े|

  3. अब फनल को घुमाकर दूर करे और पारदर्शी प्लेट को अवपात शक के ऊपर सैट करें और शक में भरी कक्रीट की ऊंचाई नोट करे।

  4. पारदशी प्लेट को एक तरफ सरकाये और अवपात शंकु को धीरे से ऊपर उठाकर अलग कर लें। अवपात शंकु के हटने पर कंक्रीट बेलनाकार पात्र में रह जायेगी और कुछ नीचे को दब जायेगी ( उसका तल नीचे गिर जायेगा)

  5. अब पारदर्शी प्लेट को सरका कर कंक्रीट के शीर्ष से छुड़ाये और पाठ्यांक नोट करें। दोनों प्राठ्यांकों का अन्तर कंक्रीट का अवपात होगा।(17)अब कमी पटल में लगे विद्युत कम्पक को चला दे और विराम-बड़ी को चालू कर दे।

  6.  कम्पनों के कारण कंत्राट का शंकुनुमा ढेर (पिण्ड) फैल कर साँचे का बेलनाकार रूप धारण कर लेगा और कंक्रीट शीर्ष क्षैतिज तल ग्रहण कर लेगा ( कंक्रीट शीर्ष समतल होने पर यह पारदर्शक प्लेर की सतह में पूर्ण रूप से सम्पर्क में आ जाती हैं)।

  7. जैसे ही कंक्रीट सतह समतल हो जाये, कम्पक बन्द कर दें और विराम घड़ी भा राक दे।

  8. विराम घड़ी पर समय । संकण्डों) में पढ़े यह समय कक्रार को सकरता का पान है, जिसे वी० बी० डिगरी (Vee-Ber Degree) में दशाया जाता है।

 

प्रेक्षण व् गणनाएँ :-

Vee-Bee Consistometer Test
Sr.ParticularIIIIII
1कंक्रीट का मिक्स अनुपात
2जल: सीमेंट  अनुपात
3शंकु छिन्नक हटाने से पहले पैमाने का पट्ठायांक = h1 kg
4शंकु छिन्नक हटाने से पहले पैमाने का पट्ठायांक = h2 kg
5कंक्रीट का slump = (h1-h2)
6कम्पन्न शुरू करने के समय विराम घडी का पठयांक = S
7कम्पन्न बंद  करने के बाद विराम घडी का पठयांक = S1
8Vee-Bee Time= (S-S1) sec

 

परिणाम:-

औसत Vee-Bee Value =……… sec

अब सघनता पैमाने से कंक्रीट की सघनता पढ़ ले। यह पैमाना नीचे तालिका में दिया गया है।

Relation between Workability and Slump

S.R. WorkabilityCompaction FactorSlump (mm)
1Very Low0.780 – 25
2Low0.8525 – 50
3Medium0.9250 – 100
4High0.95100 – 175

 

सावधानियां-

  1. प्रत्येक परीक्षण के लिये नयी कंक्रीट तैयार करें।
  2. शक में कक्रीट भरते समय यह बेलनाकार सांचे में नहीं गिरनी चाहिये।
  3. कम्पक व विराम-घड़ी को एक साथ चालू तथा एक साथ बन्द करना चाहिये।
  4. मिल्स तैयार हो जाने पर परीक्षण तुरन्त किया जाना चाहिये।
  5. साचे में कक्रीट सतह के समतल होते ही विराम-घड़ी रोक देनी चाहिये